शिकागो से डॉ. मुनीश रायजादा
मुझे फिल्मों का कोई खास शौक नहीं है, पर मेरी पत्नी अक्सर मेरी रुचि व स्वभाव के अनुसार मुझे फिल्में सुझाती रहती है। कुछ सप्ताह पहले उसने मुझे एक नई रिलीज हुई पारिवारिक फिल्म के बारे में बताया तो हम लोग शिकागो के डाउनटाउन स्थित एएमसी (AMC) मल्टीप्लेक्स सिनेमा में 'मिलियन डॉलर आर्म' (Million Doller Arm) नामक फिल्म देखने पहुंचे।
सिनेमाघर लगभग आधा भरा हुआ था जिनमें कुछेक देसी लोगों को छोड़कर बाकी सभी स्थानीय (अमेरिकी) लोग थे। फिल्म काफी हद तक देसी रंग में रंगी हुई थी। बीच-बीच में हिन्दी के संवाद भी डाले हुए थे, फिर भी दर्शकों के ठहाके और तालियों की गड़गड़ाहट यह बता रही थी कि वे भारतीय भावनाओं व रंगों को न केवल समझ रहे थे बल्कि उनका पूर्ण आनंद भी ले रहे थे।
अमेरिकन जीवन की यही विशेषता है कि आप वहां पूरी तरह अंतरराष्ट्रीय जीवन जीते हैं और यह चीज अमेरिकन राष्ट्रपति समय-समय पर दूसरे राष्ट्रों के मामलों में हस्तक्षेप कर सुनिश्चित भी करते रहते हैं! ( वियतनाम, अफगानिस्तान, इराक और कई अन्य)