इंडियावेस्ट डॉट कॉम के अनुसार भारतीय अमेरिकी और पहली बार अमेरिका कैलिफोर्निया डिस्ट्रिक्ट के रिपब्लिकन प्रतिनिधि रो खन्ना और दूसरी सीनेटर शेरोड ब्राउन, डिस्ट्रिक्ट ओहायो ने तेरह सितंबर की एक रैली में कहा कि उन्होंने सीनेट और हाउस ऐसा विधेयक प्रस्तावित किया है जिसके चलते लगातार चालीस वर्षों से स्थिर तनख्वाह की भरपाई करने के लिए कामकाजी परिवारों को राहत दी जाए।
विदित हो कि इआईटीसी पहले ही सिद्ध कर चुकी है कि वह लोगों को गरीबी से बाहर
निकालना चाहती है। इसका लाभ अधिकाधिक परिवारों, लोगों तक पहुंचाकर हमारी अर्थव्यवस्था में स्थायी प्रभाव डाला जा सकता है। खन्ना ने कहा कि ' आज के युग में मशीनीकरण और वैश्वीकरण के चलते काम कभी-कभी सीजनल या छोटा होकर कुछ घंटों का रह गया है।
अक्सर ही काम के घंटे कम हो गए हैं, ऐसी स्थिति में यह विधेयक प्रत्येक कर्मठ अमेरिकी को उसके श्रम का समुचित मूल्य दिलाएगा। लेकिन यह विधेयक ऐसे समय आया है जब ट्रम्प प्रशासन और रिपब्लिकन्स ऐसे विनाशकारी बजट का समर्थन कर रहे हैं जिनके जरिए काम करने वाले परिवारों के लिए कार्यक्रमों में कटौती के प्रस्ताव कर रहे हैं।
सार्वजनिक कार्यक्रमों में होने वाली कटौतियों से बहुत सम्पन्न और बड़े कॉरपोरेशनों को और अधिक टैक्स ब्रेक दिया जा सके। इस प्रस्ताव के अंतर्गत तीन या तीन से अधिक सरकारी सहायता की पात्रता रखने वाले बच्चों के परिवारों को अधिकतम टैक्स क्रैडिट को 12,131 डॉलर तक बढ़ा दिया जाए। जबकि फिलहाल पूर्वोक्त वर्ग के परिवार के लिए अधिकतर क्रेडिट राशि 6,528 डॉलर है। इस विधेयक का समर्थन भारतीय मूल की एक अन्य प्रतिनिधि प्रमिला जयपाल (वाशिंगटन) ने भी किया है।