अमेरिका में एक भारतीय अरबपति ने अपनी गलती मानते हुए 3000 लाख अमेरिकी डॉलर की जब्ती को मंजूरी दी है। 37 वर्षीय अनुराग दीक्षित की यहाँ पर इंटरनेट गैम्बलिंग (जुआ) कंपनी है। आरोप है कि इंटरनेट के जरिए उन्होंने देश और विदेश की कुछ अहम् जानकारियाँ इधर-उधर भेजी हैं।
ये वही अनुराग हैं, जिन्हें फोर्ब्स पत्रिका ने रइसों की सूची में शुमार किया था, जिनकी संपत्ति 1.6 अरब डॉलर की है। फाइनेंशियल टाइम्स के मुताबिक इस आरोप पर उनको दो साल की सजा दी जा सकती है। अनुराग ने अपनी गलती मानते हुए मामले में सहयोग चाहा है।
उन्होंने कहा है कि उनकी कंपनी 3000 लाख डॉलर का भुगतान कर नुकसान की भरपाई करने की कोशिश करेगी। उनका मामला पिछले दो साल से यहाँ की अदालत में चल रहा है। हालाँकि अनुराग की जमानत हो चुकी है।