ओलिम्पिक खेलों में एक से एक हैरतअंगेज कारनामें होते रहते हैं, लेकिन 1968 में मैक्सिको ओलिम्पिक में अमेरिका के एक दुबले-पतले, लेकिन खासे लंबे एक खिलाड़ी ने इतनी जोरदार कूद लगाई कि वह एरिना के बाहर जा गिरा।
बॉब बीमो के इस कारनामे से लंबी कूद के आयोजक भी अचंभे में पड़ गए। बहरहाल बीमो द्वारा लांघी गई दूरी नया विश्व रिकॉर्ड बन गई, क्योंकि वह 29 फुट ढाई इंच की लंबाई लांघ गया था।
ओलिम्पिक शुरू होते समय उस पर किसी का ध्यान नहीं था और खेल के कुंभ में वह गुम सा हो गया था। वह जब प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए मैदान में पहुँचा तो बारिश हो चुकी थी।
बीमो को देखकर लोग हंसने लगे, क्योंकि वह एकदम कजमोर सा दिखता था। वह जितना दुबला था, उस अनुपात में उसकी लंबाई अधिक थी। उसका पूरा व्यक्तित्व ऐसा था कि कोई भी देखकर हँस दे।
बीमो ने जब कूदने के लिए दौड़ना शुरू किया तो ऐसा लगा कि वह मुंह के बल गिर जाएगा, क्योंकि वह आगे की ओर कुछ ज्यादा की झुका था।
बॉब बीमो जैसे ही मैदान के पास गया, उसकी तेजी बढ़ती गई। वह साधारण खिलाड़ी की तरह नहीं दौड़ रहा था। पलक ही तो झपकी होगी कि उसने पूरी दूरी तय करके जोरदार छलाँग लगा दी।
अगले ही क्षण पूरे स्टेडियम में सन्नाटा छा गया कि यह क्या हो गया, क्योंकि बीमो पूरा अखाड़ा पार करते हुए बाहर जा गिरा। सौभाग्य से उसे विशेष चोट नहीं लगी।
तुरंत बाद लोगों को होश आया कि इस अनजान से अमेरिकी एथलीट ने तो कमाल कर दिया और पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट और वाहवाही से गूंज उठा।
बॉब बीमो का यह पहला ओलिम्पिक था और कूद स्पर्धा में एकदम पहली छलाँग थी। रैफरी ने उसके द्वारा तय की गई दूरी नापकर विश्व रिकॉर्ड का इशारा किया, मतलब बॉब ने केवल एक छलांग में ओलिम्पिक ही नहीं, विश्व रिकॉर्ड को भी तोड़ डाला।