माँ की भूमिका निभाने के बावजूद ओलिम्पिक चैंपियन बनना बहुत मुश्किल है लेकिन बीजिंग ओलिम्पिक में कुछ माताएँ न सिर्फ खेलों में भाग ले रही हैं, बल्कि अपने क्षेत्र में धूम भी मचा रही हैं।
इन माताओं में कई मशहूर हस्तियाँ भी हैं जैसे कि ब्रिटिश मैराथन धावक पाउला रेडक्लिफ, अमेरिकी टेनिस स्टार लिंडसे डेवनपोर्ट और जापान की सात बार की विश्व जूडो चैंपियन रियोको तानी।
लेकिन कई अन्य महिला खिलाड़ी भी ऐसी हैं, जो इधर नैपी बदलती हैं तो कुछ देर बाद अभ्यास करती हैं। इतालवी तलवारबाज वेलेंटिना वेज्जाली की राह में बच्चा रोड़ा नहीं बना और उन्होंने लगातार तीन व्यक्तिगत खिताब जीतकर ओलिम्पिक में नया इतिहास रचा। उन्होंने यह अपने बेटे के लिए किया।
वेज्जाली ने कहा कि मेरे बेटे ने मुझसे पदक के लिए कहा लेकिन उसने किसी खास पदक का नाम नहीं लिया। अब मेरे पास स्वर्ण पदक है।
जुडोका झियान डोंगमेई ने देश को तवज्जो दी और चीन की पहली ऐसी महिला स्वर्ण पदक विजेता बनीं, जो एक बच्ची की माँ है। वह हालाँकि अब जल्द से जल्द अपने बच्चे से मिलना चाहती है। महिलाओं की 52 किग्रा में अपने खिताब की रक्षा करने वाली झियान ने कहा कि मुझे अपने बच्चे की बहुत कमी खल रही है।
झियान ने पिछली जनवरी में लड़की को जन्म दिया। स्थानीय मीडिया ने एक समय उन्हें 'कड़क दिल' माँ करार दिया था क्योंकि झियान ने ओलिम्पिक तैयारियों की खातिर अपनी बेटी को सात महीने बाद ही दूध पिलाना बंद कर दिया था।