बीजिंग ओलिम्पिक में आठ स्वर्ण जीतकर तहलका मचा देने वाले 'गोल्डन तैराक' माइकल फेल्प्स की जबरदस्त लोकप्रियता का विज्ञापनों के जरिये फायदा उठाने के लिए कॉरपोरेट जगत में अभी से हलचल दिखनी शुरू हो गई है।
वर्ष 2002 से ही इस अमेरिका तैराक को प्रायोजित कर रही क्रेडिट कार्ड कंपनी 'वीजा' के ग्लोबल स्पांसरशिप प्रमुख माइकल लिंच ने कहा कि फेल्प्स अब एक वैश्विक ब्रांड बन गए हैं और जल्द ही उनको केंद्रित करते हुए विज्ञापनों की बाढ़ आ सकती है।
उन्होंने कहा कि इस ओलिम्पिक से फेल्प्स एक वैश्विक खेल आदर्श के रूप में विदा हो रहे हैं। अब वे माइकल जार्डन, टाइगर वुड्स और रोजर फेडरर जैसे खिलाड़ियों की कतार में शामिल हो चुके हैं। खुद फेल्प्स के एजेंट पीटर कार्लाइल का भी मानना है कि बीजिंग में आठ स्वर्ण जीतने के साथ ही विज्ञापनों की दुनिया में उनकी कीमत अचानक काफी बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि इस कामयाबी के बाद फेल्प्स का खेल इतिहास का सर्वाधिक धनी तैराक बनना तो तय है। इससे पहले वे 50 लाख डॉलर की सालाना आय विज्ञापनों से कर रहे थे, लेकिन फेल्प्स इन सभी बातों पर अधिक ध्यान नहीं दे रहे हैं।
उन्होंने एक समारोह में कहा कि मैं यह सब पैसे के लिए नहीं करता हूँ। मैं तैराकी से प्यार करता हूँ और इसीलिए यहाँ पर मौजूद हूँ। इतनी कामयाबी के बाद भी मैं खुद को एक साधारण इनसान की तरह ही देखता हूँ और अब भी मैं वही चार साल पुराना वाला किशोर ही हूँ। इस समय मैं तो बस अपने सपने को जी रहा हूँ।
परिचारिकाओं का छाया जलवा : बीजिंग ओलिम्पिक खेलों के आयोजकों को यह जानकर खुशी होगी कि दर्शकों ने पदक वितरण समारोह के दौरान शालीन कपड़े पहनने वाली परिचारिकाओं को तंग कपड़ों वाली चियरलीडर्स की तुलना में कहीं अधिक 'ग्लैमरस' माना है।
अमेरिका से आए एक पर्यटक डेबरा साइनेक्स ने इन परिचारिकाओं की तारीफ करते हुए कहा कि वे सभी काफी सुंदर हैं। इसके अलावा मुझे उनका लगातार मुस्कराता चेहरा भी काफी मनमोहक लगता है।
आयोजन समिति ने इन परिचारिकाओं का चयन करते वक्त उनकी खूबसूरती और शालीन व्यक्तित्व को महत्व दिया था और लगता है कि विदेशी पर्यटकों का मन मोहने की उनकी यह युक्ति कारगर साबित हुई है। चीनी रेशम की खूबसूरत ड्रेस पहने ये परिचारिकाएं स्पर्धा समाप्त होने के बाद मेडल वितरण समारोह के वक्त परिदृश्य में आती हैं।
हरेक समारोह में छह या उससे अधिक परिचारिकाएँ तैनात होती हैं, लेकिन इस आकर्षक रूप को पेश करने के लिए आयोजकों और परिचारिकाओं ने कड़ी मेहनत की है। पहले तो उनका चयन ही काफी मशक्कत के बाद हुआ और फिर उन्हें अच्छी तरह से मुस्कराने और शालीनता से पेश आने की ट्रेनिंग भी दी गई।
घायल नर्तकी के विकलांग होने का खतरा : ओलिम्पिक खेलों के उद्घाटन समारोह की रिहर्सल के दौरान घायल हो गई एक नर्तकी के हमेशा के लिए विकलांग होने का खतरा पैदा हो गया है।
आयोजकों ने आज यहाँ बताया कि इस नर्तकी की हालत का सही अंदाजा लगाने में अभी छह महीने का वक्त लग सकता है। आयोजन समिति के उपाध्यक्ष वांग वेई ने कहा कि उस लड़की को बड़ी गंभीर चोट लगी थी। यह जानने में अभी छह महीने लगेंगे कि क्या वह इस चोट के कारण विकलांग हो गई है।
यह नर्तकी रिहर्सल के दौरान तीन मीटर ऊँचे एक प्लेटफार्म से सिर के बल गिर गई थी और उसे गंभीर चोटें लगी थीं, लेकिन आयोजकों ने उसकी हालत के बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।
साइकिलिंग में डोपिंग की घटनाओं से चिंता : ओलिम्पिक के दौरान साइकिलिंग की स्पर्धाओं में शामिल खिलाड़ियों के डोपिंग मामलों में लिप्त पाए जाने के बाद अगले ओलिम्पिक खेलों से साइकिलिंग को बाहर करने की माँग को अंतरराष्ट्रीय साइकिलिंग संघ (यूसीआई) ने खारिज कर दिया है।
यूसीआई के अध्यक्ष पैट मैक्वेड ने कहा कि वह डोपिंग की घटनाओं से चिंतित होने के बावजूद साइकिलिंग को ओलिम्पिक में बनाए रखने के पक्षधर हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को ऐसी माँग करने के पहले अन्ये खेलों पर भी गौर करना चाहिए।
ओलिम्पिक में किसी भी खेल को शामिल करने अथवा बनाए रखने का काम अंतरराष्ट्रीय ओलिम्पिक समिति का है। गौरतलब है कि विश्व एंटी डोपिंग एजेंसी के अध्यक्ष जान फाहे ने साइकिलिंग और भारोत्तोलन में डोपिंग की 'संस्कृति' होने का आरोप लगाते हुए इन खेलों को ओलिम्पिक में बनाए रखने पर पुनर्विचार करने की अपील की थी।