संगीत की सुरलहरियों, संस्कृति की बानगी पेश करते रंगारंग कार्यक्रम और आसमान को चकाचौंध करने वाली आतिशबाजी के बीच लंदन ने पिछले एक पखवाड़े से जमा दुनिया भर के खिलाड़ियों को भावभीनी विदाई दी जिसके साथ 30वें ओलिंपिक खेलों का भी पटाक्षेप हो गया।
ओलिंपिक स्टेडियम में कल देर रात आयोजित रंगारंग समापन समारोह में ब्रिटेन के शीर्ष पॉप सितारों और गायकों ने संगीत की छटा बिखेरी। इस मौके पर दुनिया भर की कई नामी गिरामी हस्तियां मौजूद थीं। इस समारोह के साथ मैदान पर 17 दिन तक चली श्रेष्ठता की जंग का भी अंत हो गया जिसमें कई रिकार्ड बने और कई नये सितारे सामने आए।
तीसरी बार ओलिंपिक की मेजबानी करने वाले एकमात्र शहर लंदन में हुए इन खेलों में 204 देशों के 10500 खिलाड़ियों ने भाग लिया। अमेरिकी और चीन ने एक बार फिर अपना दबदबा कायम करते हुए पहले और दूसरे स्थान पर कब्जा किया जबकि ब्रिटेन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए तीसरे स्थान पर रहा।
पदक तालिका में अमेरिका शीर्ष पर रहा जिसने 104 पदक जीते। इनमें 46 स्वर्ण, 29 रजत और 29 कांस्य शामिल हैं। चीन 87 (38-27-22) पदक लेकर दूसरे और ब्रिटेन 65 (29-17-19) पदक के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
भारत ने छह पदक जीते जो पदकों की संख्या के हिसाब से अब तक का उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। सुशील कुमार (कुश्ती) और विजय कुमार (निशानेबाजी) को रजत पदक मिले जबकि एम सी मेरीकॉम (मुक्केबाजी), गगन नारंग (निशानेबाजी), साइना नेहवाल (बैडमिंटन) और योगेश्वर दत्त (कुश्ती) को कांस्य पदक मिले।
भारत ने भले ही बीजिंग ओलिंपिक की तुलना में अधिक पदक जीते हों, लेकिन कई सितारा खिलाड़ी फ्लाप रहे। उद्घाटन समारोह की तरह ही समापन समारोह में भी ब्रिटेन ने अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और संगीत की जुगलबंदी पेश की। अब तक की सबसे बड़ी ‘ऑफ्टर शो पार्टी’ में लंदन की मशहूर काली टैक्सियों की छत पर बैठकर आई स्पाइस गर्ल्स ने अपने लोकप्रिय गीत सुनाए। उनके अलावा द हू, जार्ज माइकल, मूस और एड शीरान ने भी करीब 80000 दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
ओलिंपिक का समापन समारोह : करीब तीन घंटे तक चले समापन समारोह में खिलाड़ियों की उपलब्धियों का जश्न मनाया गया। इसके साथ ही लंदन ने 2016 ओलिंपिक के मेजबान रियो दि जिनेरियो को हैंडओवर सौंपा। समापन समारोह में ओलिंपिक की मशाल भी बुझाई गई जिसके साथ खेलों के समापन की औपचारिकता पूरी हो गई।
समापन समारोह का निर्देशन किम गेविन और उनकी टीम ने किया था। ‘ए सिम्फनी ऑफ ब्रिटिश म्युजिक’ थीम से आयोजित समारोह में ब्रिटेन की पिछले 50 साल की समृद्ध संगीत विरासत की झलक दिखाई गई। इसमें करीब 4100 कलाकारों ने भाग लिया जिनमें 3500 युवा और करीब 380 स्कूली बच्चे शामिल थे।
समारोह की शुरुआत शहर की आपाधापी भरी जिंदगी के एक दिन की झांकी से हुई जिसमें सुबह की भागदौड़ के साथ सूर्यास्त की रौनक थी। मशहूर ब्रिटिश फिल्म ‘द इटालियन जॉब’ फेम माइकल केन की आवाज से स्टेडियम गूंज उठा।
बीटल्स का गीत ‘अ डे इन द लाइफ’ खत्म होने के बाद करीब 30 जिम्नास्टों ने अपनी प्रस्तुति दी। इसके बाद शुरू हुआ ‘सिम्फनी ऑफ ब्रिटिश म्युजिक’। जार्ज माइकल ने ‘फ्रीडम 90’ और ‘व्हाइट लाइट’ पेश किया जिसके बाद रसेल ब्रांड ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा।
स्पाइस गर्ल्स के आते ही तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया गया। बेहद लोकप्रिय स्पाइस गर्ल्स लंदन की मशहूर टैक्सियो की छत पर बैठकर स्टेडियम के भीतर आई।
अगली पेशकश में मौरिस डांसर, गुनगुनाते रग्बी खिलाड़ी, भांगड़ा नर्तक, रोमन आर्मी बटालियन, ओपेरा सिंगर और एंजेल्स थे। इसके बाद म्यूस ने लंदन ओलिंपिक 2012 का गीत ‘सरवाइवल’ सुनाया।
शुरुआती कन्सर्ट के बाद हर देश के ध्वजवाहक अपने खिलाड़ियों के साथ मैदान में पहुंचे। समापन समारोह में खिलाड़ी देश के आधार पर बंटे हुए नहीं बल्कि साथ में मार्च करते हैं। इस परंपरा की शुरुआत 1956 में मेलबर्न ओलिंपिक से हुई। इसका फलसफा खिलाड़ियों को ‘एक राष्ट्र’ के रूप में साथ पेश करना है।
एक साथ तीन देशों के राष्ट्रध्वज फहराए गए और उनके राष्ट्रगान भी बजे। इनमें ओलिंपिक का जन्मदाता यूनान, मौजूदा मेजबान ब्रिटेन और अगला मेजबान ब्राजील शामिल है।
लंदन के मेयर बोरिस जानसन ने अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति के अध्यक्ष जाक रोगे को ध्वज वापिस किया। इसके बाद आईओसी अध्यक्ष ने समापन भाषण से पहले उसे अगले मेजबान रियो दि जिनेरियो के मेयर को सौंपा। इसके बाद खेलों की शुरुआत के साथ जल रही ओलिंपिक मशाल को बुझाया गया। अग्निकुंड की 204 पत्तियों को हर प्रतिभागी देश को सौंपा जाएगा। (भाषा)