तमिल कैलेंडर के हिसाब से तमिलनाडु में आदि के महीने से मानसून की शुरुआत होती है। अत: इस महीने में खेत-खलिहान में बीज बोने, पौधे लगाने और जड़ने जैसी गतिविधियां संपन्न की जाती है, ताकि आदि पेरुक्कू जो कि बरसात, मानसून, नदी, जल और जल के संरक्षण की सीख देता पर्व है, जिसके माध्यम से जीवन को बनाए रखने के लिए कृतज्ञता जाहिर का त्योहार माना जाता है, जो कि राजा-महाराजा तथा शाही परिवारों के समय से मनाया जाने वाला खास पर्व है।