Sankat Chaturthi Vrat 2023: प्रत्येक माह में दो चतुर्थी होती है। कृष्ण पक्ष में संकष्टी चतुर्थी और शुक्ल पक्ष में विनायकी चतुर्थी। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी यानी संकष्टी चतुर्थी में शुभ कार्य वर्जित रहते हैं। यह खला तिथि 'रिक्ता संज्ञक' कहलाती है। इसमें व्रत ही कर सकते हैं। आओ जानते हैं कि क्यों करते हैं संकष्टी चतुर्थी का व्रत और क्या मिलेगा इसका फल।