* मंदिरों के व घरों में गन्नों के मंडप बनाकर श्रद्धालु भगवान लक्ष्मीनारायण का पूजन कर उन्हें बेर,चने की भाजी, आंवला सहित अन्य मौसमी फल व सब्जियों के साथ पकवान का भोग अर्पित किया जाता है।
* गोधूलि बेला में तुलसी विवाह करने का पुण्य लिया जाता है।
* दीप मालिकाओं से घरों को रोशन किया जाता है और बच्चे पटाखे चलाकर खुशियां मनाते हैं।