इस बार 14 मार्च 2023 को शीतला सप्तमी तथा 15 मार्च को शीतला अष्टमी पर्व मनाया जाएगा। चैत्र मास के कृष्ण पंचमी को पड़ने वाला यह त्योहार रंगपंचमी के बाद आता है, जो कि हिन्दू धर्म का खास पर्व माना जाता है।
इस पर्व पर शीतला सप्तमी माता को भोग लगाने के लिए एक दिन पहले ही घरों में खाना बनाकर रख दिया जाता है तथा अगले दिन यानी सप्तमी-अष्टमी तिथि पर माता शीतला का पूजन करके उन्हें दही, चावल के अलावा कई चीजों से नैवेद्य का भोग (Sheetla Mata Bhog) लगाया जाता है।
माता के पूजन तथा भोग के पश्चात ही घर के सभी लोग ठंडा (बासी) यानी बसौड़ा भोजन ग्रहण करते हैं। मान्यतानुसार जो लोग शीतला सप्तमी या अष्टमी के दिन ठंडा भोजन खाते हैं, उन्हें ठंड के प्रकोप से होने वाली बीमारियां नहीं होती हैं।
ठंड के कारण कई लोगों को पीत-ज्वर, फोड़े-फुंसी, आंखों से संबंधित परेशानियां आदि होने की संभावनाएं बनी रहती हैं अत: ऐसे लोगों को शीतला सप्तमी या अष्टमी के दिन ठंडा भोजन अवश्य ही करना चाहिए। शीतला सप्तमी और अष्टमी पर ठंडा भोजन करने से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होते हैं।