भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने ग्रुप चरण के अपने आखिरी मैच में दुनिया के चौथे नंबर के खिलाड़ी इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी के खिलाफ अद्भुत स्ट्रोकप्ले का नजारा पेश करते हुए को सीधे गेमों में मात दी।
विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज क्रिस्टी के खिलाफ लक्ष्य ने सिर्फ एक बार चार साल पहले बैडमिंटन एशिया टीम चैम्पियनशिप में हराया था । दोनों के बीच ओलंपिक मुकाबले से पहले हुए पांच में से चार मुकाबले क्रिस्टी ने जीते थे।
लक्ष्य ने इस मैच में काफी परिपक्वता दिखाते हुए जबर्दस्त आक्रामक प्रदर्शन किया। पहले गेम में क्रिस्टी ने 5-0 की बढत बना ली थी जो 8-2 की हो गई । लक्ष्य ने इसके बाद शानदार वापसी की।
वह पहले गेम में जब 19-18 से आगे थे तब क्रिस्टी के साथ लंबी रैली के दौरान उन्होंने अपनी जगह बदले बिना कलाई की मदद से कई शानदार स्ट्रोक लगाये। इस रैली का अंत क्रिस्ट के वाइड शॉट से हुआ।
हालांकि पहले सेट के दौरान एक लंबी चली रैली में लक्ष्य सेन ने एक बैक हैंड शॉट खेला जो चर्चा का विषय बन गया। उन्होंने पीठ के पीछे जा रही शटल कॉक को अपने अंदाजे से बिना देखे ही रैकेट को बीच में ले आए और प्रतिद्वंदी को भौंचक्का कर दिया।
लक्ष्य ने पहले गेम में लय हासिल करने के बाद दूसरे गेम में दबदबा बनाते हुए 19-12 की बढ़त बनायी और इसके बाद 50 शॉट की रैली खेलकर मैच प्वाइंट हासिल किया।
लक्ष्य के कोच विमल कुमार ने कहा, मुझे लगता है कि मैच के आगे बढ़ने के साथ सेन का रिफ्लेक्स शॉट अच्छा होता चला गया। उनकी इस रिफ्लेक्स ने क्रिस्टी को परेशान किया और उसने अपना आत्मविश्वास थोड़ा खो दिया। लक्ष्य के लिए यह एक अच्छा मनोबल बढ़ाने वाला है।
उन्होंने कहा, यह खिलाड़ी की उस समय की सोच और सजगता का असर है। ऐसा बहुत से खिलाड़ी करते हैं, खास कर युगल में यह बहुत ज्यादा होता है।
भारत के इस पूर्व खिलाड़ी ने कहा, लक्ष्य ने दूसरे गेम में भी आक्रामक रुख अपनाते हुए नेट का अच्छा इस्तेमाल किया। वह क्रिस्टी को पीछे धकेलने में सफल रहे और यह काफी अहम था। आपको थोड़ी किस्मत की जरूरत होती है और आज सबकुछ सेन के पक्ष में रहा।