युवा निशानेबाज मनु भाकर स्वतंत्रता के बाद ओलंपिक के एक ही सत्र में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं। मनु के अलावा पहलवान सुशील कुमार और पीवी सिंधू ने भी दो ओलंपिक पदक जीते है लेकिन यह पदक अलग-अलग वर्षों में आये है।
सुशील कुमार
पहलवान सुशील कुमार व्यक्तिगत स्पर्धा में भारत के पहले दो बार के ओलंपिक पदक विजेता हैं। 2008 बीजिंग ओलंपिक में उनके कांस्य पदक ने भारतीय कुश्ती को विश्व मानचित्र पर जगह दिलायी तो वहीं उन से प्रेरित होकर देश में से अधिक पहलवानों ने इस खेल को अपनाया। उन्होंने 2012 लंदन ओलंपिक में पहली बार कुश्ती में रजत पदक हासिल करके अपनी उपलब्धि में सुधार किया।
खेलों में शीर्ष पहुंचने वाले सुशील को निजी जिंदगी में धरातल पर गिरते देखना दुखद था। उन्हें 2021 में जूनियर पहलवान सागर धनखड़ की हत्या में शामिल पाया गया था और वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में अपनी सजा काट रहे हैं।
पीवी सिंधू
भारत की महानतम बैडमिंटन खिलाड़ियों में शामिल पी वी सिंधू रियो डि जिनेरियो में 2016 ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली देश की पहली शटलर बनीं। हैदराबाद की इस खिलाड़ी ने इसके तीन साल बाद तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता।
साल 2019 की विश्व चैंपियन सिंधू अब तीन ओलंपिक पदक जीतने वाली भारतीय एथलीट बनने की उपलब्धि की ओर बढ़ रही है। वह पेरिस ओलंपिक में महिला एकल में पदक की दावेदारों में शामिल है।
मनु भाकर
मनु ने पेरिस खेलों में दो पदक जीतकर सिंधू और सुशील की बराबरी करने के साथ एक ही ओलंपिक में इस उपलब्धि को हासिल करने वाली पहली भारतीय बन गयी।
मनु ने शानदार एकाग्रता और मजबूत मानसिकता का परिचय देते हुए महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य जीतने के बाद मंगलवार को सरबजोत सिंह के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम वर्ग में दक्षिण कोरिया को हराकर अपना दूसरा कांस्य पदक जीता ।
तीन साल पहले तोक्यो ओलंपिक में पिस्टल खराब होने के कारण नम आंखों के साथ वापस आने वाली मुन के पास पेरिस में तीसरा पदक जीतने का भी मौका है। मनु को अभी 25 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में चुनौती पेश करनी है। (भाषा)