विनेश फोगाट के Disqualification पर बहुत आहत है यह गोल्ड मेडलिस्ट भारतीय पहलवान

WD Sports Desk

गुरुवार, 8 अगस्त 2024 (15:45 IST)
देश की बेटी विनेश फोगाट की लगन और कड़ी मेहनत को पूरा देश सलाम कर रहा हैं। पेरिस ओलंपिक 2024 में विनेश की धुंआधार पारी किसी की नजर से ओझल होने का नाम नही ले रही हैं। मात्र 100 ग्राम की बढ़त वजन के कारण 50किलो कैटेगरी से विनेश फोगाट को खेल से अपात्र कर देने की खबर ने पूरे देश को झकझोर दिया और भारत को गोल्ड मैडल देने का, इस बेटी का सपना चकनाचूर हो गया।

 विनेश के रिटायरमेंट की खबर से आहत हूँ।

 हर कोई विनेश को सपोर्ट कर रहा हैं । ऐसे में कॉमन वेल्थ चैम्पियन गोल्ड मेडलिस्ट रेसलर संग्राम सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ," इस खेल के लिए हर खिलाड़ी अपनी जवानी, जिंदगी झोंक देता हैं कि तिरंगे का मान  बढ़ा सकें। लेकिन कई बार छोटे-छोटे नियम के चलते खिलाड़ी को अपात्र कर दिया जाता हैं। जिसके बारे में खुद उसको पता ही नही होता और फिर उसके दिमाग मे ये सदमा जिंदगी भर रहता हैं जिसे वो कभी भूल नही पाता। जब आप गोल्ड मेडल के दावेदार होते हैं तब आप सबसे ज्यादा स्ट्रांग होते हैं तब आपको ऐसी ही चीजो से निकाल दिया जाता हैं जिसके बारे में सोचा भी नही जा सकता । विनेश के लिए अब ऐसा कोई दिन और पल नही होगा कि उसे ये दर्द याद नही होगा। ये पल उसके लिए असहनीय हैं। मेरे साथ भी ऐसा हो चुका हैं।"

फोगाट परिवार को करीब से जानते हैं संग्राम सिंह ।

मैं फोगाट परिवार को बहुत करीब से जानता हूं। हम एक ही राज्य से हैं। मेरा बबिता के साथ ज्यादा इंटरेक्शन रहा हैं  तब विनेश 10 से 12 साल की थी। मैंने विनेश को बढ़ते हुए देखा हैं। इन बच्चों की ग्रोथ होते हुए देखा हैं मैंने। विनेश मेरी छोटी बहन जैसी हैं। जिनके पति से मैं हाल ही में मिला था । विनेश का रिटायरमेंट मेरे लिए एक सेट बैक हैं। ये बहुत निराशजनक हैं कि वर्ल्ड लेवल की रेसलर विनेश को अभी बहुत आगे  तक खेलना है और देश के लिए मैडल ले आना है।

 विनेश सिल्वर मेडल की हकदार हैं -

संग्राम कहते हैं कि एथिकली और ह्यूमैनिटी के आधार पर विनेश को सिल्वर मिलना चाहिए। जिस तरीके से उन्होंने इस ओलंपिक में अपने खेल का प्रदर्शन किया है एक-एक महिला रेसलर को अच्छे स्कोर से डिफिट किया हैं। वो सिल्वर की हकदार हैं और उन्हें सिल्वर मिलना चाहिए क्योंकि जब एक खिलाड़ी साधारण तौर पर खेलकर जीतता हैं तो वो एक जीत होती हैं लेकिन जब वो मुश्किलों को पार कर सोच के परे खेलता हैं तब इतिहास बनता हैं और विनेश ने इतिहास बनाया हैं । मैं अपील करता हु कि विनेश को सिल्वर मैडल देने के बारे में सोचा जाए।"

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