मुंबई। साइक्लोन ताउते से समुद्र में फंसे लोगों को बचाने के लिए भारतीय नौसेना का मिशन जारी है। बजरे (बार्ज) पी-305 पर मौजूद लोगों में से 49 लोग अब भी लापता हैं।
उल्लेखनीय है कि बजरे पी305 चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ के कारण मुंबई के तट से कुछ दूरी पर सागर में फंस गया था और फिर डूब गया था। नौसेना ने बृहस्पतिवार को भी हेलीकॉप्टर तैनात किए और हवाई मार्ग से तलाश एवं बचाव अभियान चलाया।
बेहद खराब मौसम से जूझते हुए नौसेना के जवानों ने बजरे पी305 पर मौजूद 261 लोगों में से अब तक 186 को बचा लिया है, दो लोगों को 'टगबोट' वारप्रदा से बचाया गया है।
एक अधिकारी ने बताया कि अब लोगों के जीवित मिलने की संभावना बहुत ही कम है। एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस ने घोषणा की है कि वह पड़ताल करेगी कि चक्रवात की चेतावनी के बावजूद ये बजरे पानी में क्यों थे।
नौसेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि नौसेना का तलाश एवं बचाव अभियान चौथे दिन भी जारी है। नौसेना के पोत तथा विमान पी305 पर मौजूद लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। यह बजरे मुंबई तट से 35 समुद्री मील दूर पर डूब गया था।
उन्होंने बताया कि नौसेना का एक अन्य पोत आईएनएस तलवार भी इस अभियान में मदद कर रहा है।
भारतीय नौसेना और तटरक्षक नौकाएं एवं हेलिकॉप्टर के साथ-साथ ओएनजीसी के पोत जीवितों की तलाश कर रहे हैं। तूफान में डूबे पी-305 और दो अन्य निर्माण बजरों के लंगर उखड़ गए और ये फिसलते चले गए।
इन तीन बजरों पर काम कर रहे करीब 600 कर्मचारी एफकॉन के हैं। इन बजरों के अलावा, ओएनजीसी का ऑइल ड्रिलिंग रिग ‘सागर भूषण’ भी अपने स्थान से खिसक गया था। रिग में 101 लोग थे। (All photos by Runa Ashish)