पटना। बिहार में गंगा नदी के विकराल रूप धारण करने से आई बाढ़ से 15 जिले के 86 प्रखंड के 20 लाख 41 हजार लोग प्रभावित हुए हैं, वहीं सात लोगों की मौत हो चुकी है।
केंद्रीय जल आयोग के शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, बक्सर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 87 सेंटीमीटर, पटना जिले के दीघाघाट में 125, गांधीघाट में 177, हाथीदह में 153, मुंगेर में 56, भागलपुर जिले के भागलपुर शहर में 83...
और कहलगांव में 117 सेंटीमीटर रहा। इसी तरह पटना जिले के मनेर में सोन नदी का जलस्तर 127 सेंटीमीटर और श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर लाल निशान से 178 सेंटीमीटर ऊपर था।
आयोग ने बताया कि पटना जिले के हाथीदह मे गंगा नदी का जलस्तर पांच साल के उच्चतम स्तर से 12 सेंटीमीटर ऊपर था। हाथीदह में वर्ष 2016 में गंगा का उच्चतम जलस्तर 43.17 मीटर मापा गया था।
वहीं शनिवार को इस उच्चतम स्तर से 12 सेंटीमीटर ऊपर था और इसमें 16 सेंटीमीटर की और वृद्धि होने की संभावना है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि वर्तमान में 15 जिले मुजफ्फरपुर, दरभंगा, खगड़िया, सहरसा, पटना, वैशाली, भोजपुर, लखीसराय, भागलपुर, सारण, बक्सर, बेगूसराय, कटिहार, मुंगेर और समस्तीपुर के 86 प्रखंड के 570 पंचायत के...
...20 लाख 41 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। हालांकि 20 हजार 751 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।