अमरिन्दर ने कहा कि सिंह के आने से पंजाब कांग्रेस मजबूत होगी। दलजीतसिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों में कथित तौर पर लिप्त रहने के लिए जुलाई, 2015 में आप की पंजाब अनुशासनात्मक समिति के चेयरमैन और राज्य कार्यकारणी सदस्य के पद से हटा दिया गया था और पार्टी से निकाल दिया गया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि आप में कोई लोकतंत्र नहीं है और जो कोई भी पार्टी के भीतर ‘अनाचार के खिलाफ बोलता है, उसे दबा दिया जाता है।’उन्होंने कहा कि आप एक अराजकतावादी संगठन है जिसका नियंत्रण केजरीवाल, संजयसिंह और दुर्गेश पाठक के हाथ में है। (भाषा)