उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत स्तर पर मैं उनके प्रति आभार प्रकट करना चाहूंगा जिन्होंने रेलवे के माध्यम से, जो उनकी प्राथमिकता है, मुझे भारत की जनता की सेवा करने का अवसर प्रदान किया है। प्रधानमंत्रीजी ने सुशासन के सिद्धांत को प्रतिपादित किया जब उन्होंने कहा कि सरकार गरीब के कल्याण के लिए नहीं है, तो उस सरकार का क्या लाभ है।
मोदी की ओर मुखातिब होते हुए रेलमंत्री ने कहा कि... भारतीय रेलवे को एक भेंट मिलनी चाहिए कि परिस्थिति बदल सकती है, रास्ते खोजे जा सकते हैं, इतना बड़ा देश, इतना बड़ा नेटवर्क, इतने सारे संसाधन, इतनी विशाल मानव शक्ति, इतनी ‘स्ट्रांग पोलिटिकल विल’, तो फिर क्यों नहीं हो सकता, रेलवे का पुनर्जन्म...? (भाषा)