Ravindra Singh Bhati : राजस्थान की राजनीति में इन दिनों 26 साल के रविंद्र सिंह भाटी की चर्चाएं जोरों पर हैं। वे छात्र नेता हैं। युवा चेहरा हैं। शायद इसीलिए रविंद्र भाटी की लोकप्रियता देखकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां उनको अपने पाले में लेने का प्रयास कर रही थीं, लेकिन बीजेपी ने उन्हें अपने खेमे में शामिल कर लिया था, लेकिन टिकट न मिलने के कारण से भाटी ने भाजपा को सिर्फ कुछ घंटों बाद ही लेफ्ट कर दिया। उन्होंने चार बड़े नेताओं को पटखनी दी।
फिर उन्होंने शिव विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और कांग्रेस-भाजपा को तीसरे और चौथे नंबर पर भेज दिया। रविंद्र सिंह भाटी ने निर्दलीय उम्मीदवार फतेह खान को 3950 वोटों से हराकर जीत दर्ज की। सोशल मीडिया पर राजस्थान सहित देशभर से लोगों ने उनका समर्थन किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में भी उनकी जीत के लिए प्रार्थना हुई।
भाटी छात्रों के अधिकारों के बारे में मुखर रहे हैं, जिसने उन्हें निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं के बीच बहुत लोकप्रिय बना दिया है। वह भीड़ खींचने वाले व्यक्ति रहे हैं और उनकी रैलियों में लोगों की अच्छी भागीदारी देखी गई।