पूर्व विदेशमंत्री नटवरसिंह के पुत्र और विधायक जगतसिंह बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। उन्होंने सोमवार सुबह मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश माथुर की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
जगतसिंह अभी तक राजस्थान बसपा के प्रदेश उपाध्यक्ष थे। पार्टी ने उन्हें आगामी लोकसभा चुनावों के लिए जयपुर ग्रामीण सीट से अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था, लेकिन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने बसपा को झटका दे दिया है। अभी उनके पिता नटवरसिंह बसपा में ही बने हुए हैं, लेकिन जानकार सूत्रों का कहना है कि वे भी शीघ्र भाजपा में आ सकते हैं।
जगतसिंह को अपने पाले में लेने के भाजपा के कदम को भरतपुर के सांसद विश्वेंद्रसिंह के भाजपा छोड़कर कांग्रेस में चले जाने के नुकसान की भरपाई माना जा रहा है। भरतपुर की राजनीति में नटवर सिंह और विश्वेंद्रसिंह के बीच सदैव छत्तीस का आँकड़ा रहा है।
विश्वेंद्र के विरोध की वजह से ही नटवरसिंह तब भाजपा में शामिल नहीं हो पाए, जब कांग्रेस से उन्हें निकाला गया, जबकि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से हमेशा उनके मधुर संबंध रहे हैं। तब उन्हें बसपा का दामन थामना पड़ा था।
हालाँकि बसपा में रहते हुए भी वे राजे की मदद ही कर रहे थे। अब विश्वेंद्रसिंह के भाजपा से बाहर जाते ही वसुंधरा राजे ने जगतसिंह को अपने साथ ले लिया।