सरकारी कर्मचारियों के लिए वादे ही वादे

जयपुर। पिछले विधानसभा चुनावों में सरकारी कर्मचारियों की नाराजगी झेल चुकी राजस्थान कांग्रेस ने इस बार अपने चुनावी घोषणापत्र में इस वर्ग के लिए सौगातों की बौछार कर दी है। कर्मचारियों के बाद पूरा जोर महिलाओं को लुभाने में लगाया गया है। कांग्रेस ने वादा किया है कि अगर वह सरकार में आई तो दस लाख युवाओं को रोजगार देने के साथ ही प्रदेश में शांति का वातावरण लौटाते हुए सामाजिक समरसता और सांप्रदायिक सदभाव की बहाली करेगी।

कांग्रेस के महासचिव और राजस्थान के प्रभारी मुकुल वासनिक और अन्य नेताओं की मौजूदगी में राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय में मंगलवार को विधानसभा चुनावों के लिए घोषणापत्र जारी करते हुए प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने कहा कि सत्ता में आने के बाद कांग्रेस पार्टी इसी घोषणापत्र को गवर्नेंस का आधार बनाएगी।

दिलचस्प बात है कि इस घोषणापत्र में कांग्रेस ने वादा शब्द की जगह संकल्प शब्द का इस्तेमाल किया है। घोषणापत्र में कांग्रेस ने सत्ता में आने के बाद कर्मचारियों के कल्याण के लिए तेरह संकल्प लिए हैं। कांग्रेस ने कहा है कि वह छठे वेतन आयोग की सिफारिशों को केंद्र के अनुरूप लागू करेगी, कर्मचारियों को प्रतिवर्ष 15 अर्जित अवकाशों का नकद भुगतान किया जाएगा। कनिष्ठ लिपिक और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की नियुक्ति पर लगी रोक हटाने का भी कांग्रेस ने संकल्प किया है। पार्टी ने कर्मचारियों को सस्ती दरों पर मकान देने का भी वादा किया है। (नईदुनिया)

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