बागियों ने हनुमानगढ़ में मुकाबला बनाया दिलचस्‍प

मंगलवार, 26 नवंबर 2013 (16:47 IST)
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हनुमानगढ़। हरियाणा से सटे राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले की पांचों विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है और बागी उम्मीदवारों ने मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है।

करीब पांच हजार साल पुरानी मोहन जोदड़ो हड़प्पा कालीन संस्कृति के गौरवमयी इतिहास की यादें समेटे जिले की हनुमानगढ़, पीलीबंगा, संगरिया, नोहर और भादरा विधानसभाओं के चुनाव के नतीजे काफी हद तक बागी उम्मीदवारों पर टिके हुए हैं। इस वक्त हनुमानगढ़ जिले की पांच में से तीन सीट कांग्रेस के पास है, जबकि एक-एक सीट भाजपा और निर्दलीय के कब्जे में है।

हनुमानगढ़ जिले में पंचायतीराज राज्यमंत्री विनोद कुमार, भाजपा के अभिषेक मटोरिया की प्रतिष्ठा दांव पर है। परिसीमन के बाद हनुमानगढ़ जिले में राजनीति परिदृश्य पूरी तरह से बदल गया है, जिसका असर अभी भी है। हनुमानगढ़ जिले के एक लाख 87 हजार 73 मतदाता आगामी एक दिसम्बर को एक हजार 91 मतदाता केन्द्रों पर उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य ईवीएम मशीनों में बंद करेंगे।

चुनावी रिकॉर्ड के अनुसार हनुमानगढ़ विधानसभा सीट पर जाट समाज का कब्जा रहा है और गैर जाट उम्मीदवार कभी इस सीट पर नहीं जीते हैं। मौजूदा चुनाव में हनुमानगढ़ सीट से कांग्रेस उम्मीदवार पंचायतीराज राज्यमंत्री विनोद कुमार और पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रत्याक्षी डॉ. रामप्रताप के बीच मुख्य मुकाबला है।

कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवार चौथी बार चुनाव मैदान में हैं। मौजूदा विधायक विनोद कुमार हैट्रिक बनाने के फेर में हैं और भाजपा प्रत्याशी डॉ. रामप्रताप अपनी दो हार का बदला लेने के प्रयास में जुटे हुए हैं।

कांग्रेस और भाजपा के जीत-हार के मुकाबले को कांग्रेस के पूर्व जिला प्रमुख राजेंद्र मक्कासर एवं चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश महामंत्री एवं जिला उपाध्यक्ष रहे डॉ. बीके चावला, भाजपा युवा मोर्चा में रहे बलराज दालेवालिया तथा जसपाल सिंह जैसे बागी उम्मीदवारों ने दिलचस्प बना दिया है। (भाषा)

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