उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रणाली में घटक होने के नाते कांग्रेस पार्टी ने भारत निर्वाचन आयोग के समक्ष राजस्थान प्रदेश को लेकर डुप्लीकेट मतदाताओं के तथ्यात्मक आंकड़े पेश किए थे जिसमें राज्य में 200 विधानसभाओं के हिसाब से मतदाताओं के अनेक स्थानों पर पंजीकृत होने पर मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कर उन्हें दुरुस्त करने की मांग की थी।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की विश्व में बड़ी साख है, ऐसे में निर्वाचन आयोग की प्रतिबद्धता एवं प्रतिष्ठा कायम रहे इसलिए आवश्यक है कि मतदाता सूचियों को चुनाव पूर्व दुरुस्त कर वास्तविक मतदाताओं की सूची अद्यतन की जानी चाहिए।