चंद्रग्रहण रात 10.53 बजे से शुरू होगा अत: चंद्रग्रहण से 9 घंटे पहले यानी दोपहर 1.53 बजे से सूतक लग जाएगा। सुबह 11.04 बजे तक भद्रा काल का असर रहेगा। चूंकि सूतक और भद्रा दोनों में ही शुभ कार्य वर्जित हैं, इसलिए इन दोनों के बीच का समय राखी बांधने के लिए शुभ है।
आखिर भद्रा में क्यों नहीं बांधी जाती राखी? क्योंकि शूर्पनखा ने अपने भाई रावण को भद्रा में राखी बांधी थी, जिसके कारण रावण का विनाश हो गया, यानी कि रावण का अहित हुआ। इस वजह से लोग मना करते हैं भद्रा में राखी बांधने को।