भाई- बहन के प्रेम और रक्षा के सूत्र का पावन पर्व रक्षाबंधन इस साल 26 अगस्त रविवार को मनाया जा रहा है।इसदिन बहन अपने भाई की कलाई पर विश्वास का धागा बांधती है और उससे ताउम्र अपनी रक्षा करने का वचन मांगती है। इस त्योहार का महत्व सिर्फ भाई और बहन तक ही सिमटा हुआ नहीं है, बल्कि इसका धार्मिक महत्व भी है। यही कारण है कि इस शुभ पर्व को हम हिन्दू मान्यताओं और मुहूर्त के अनुसार मनाते हैं।
दिन के 11 बजकर 55 मिनट से -12 बजकर 46 मिनट तक (शुभ)
प्रात: 9 से 12 दोप. तक, दोप. 2 से 3 बजकर 30 मिनट तक,
सायं 6 बजकर 40 मिनट से- 9 बजकर 30 मिनट तक रहेगा।
मुहूर्त के अलावा रक्षाबंधन की थाली सजाने का भी विशेष महत्व होता है। यह रिश्तों के प्रति प्रेम और उत्साह को दर्शाता है। यही कारण है कि रक्षाबंधन की थाली को खास तौर से सजाया जाता है। धार्मिक मान्यता अनुसार जानिए कैसे सजाएं रक्षाबंधन की थाली -
रक्षाबंधन के दिन बहने प्रात: काल जल्दी उठ जाएं।
नहा धोकर साफ वस्त्र पहन लें और थाली में सजाने के लिए इन चीजों को एक जगह एकत्रित कर लें - राखी, कुमकुम, हल्दी, अक्षत, मिठाई आदि।
अब एक-एक करके अपने मन मुताबिक इन सभी वस्तुओं को थाली में सजाएं।
आखिर में थाली में घी डला हुआ दिया भी रखें, जिसे राखी बांधने के समय ही जलाएं।