क्या होती है अष्टांग हवन सामग्री :-
1॰ चन्दन का बुरादा, 2॰ तिल, 3॰ शुद्ध घी, 4॰ चीनी, 5॰ अगर, 6॰ तगर, 7॰ कपूर, 8॰ शुद्ध केसर, 9॰ नागरमोथा, 10॰ पंचमेवा, 11॰ जौ और 12॰ चावल।
* यह हवन केवल रामनवमी के दिन करना चाहिए।
* शुद्ध मिट्टी की वेदी बनाकर उस पर अग्नि रखकर उसमें आहुति देनी चाहिए। प्रत्येक आहुति में चौपाई बोलकर अंत में ‘स्वाहा’ बोलना चाहिए।
* पंचमेवा में पिश्ता, बादाम, किशमिश (द्राक्षा), अखरोट और काजू ले सकते हैं। इनमें से कोई चीज न मिले तो उसके बदले मिश्री मिला सकते हैं।
* शुद्ध केसर 4 आने भर ही डालना पर्याप्त है।
* हवन करते समय माला रखना उचित होगा। 108 की संख्या गिनने के लिए है।
* मात्र एक दिन हवन करने से वह चौपाई सिद्ध हो जाती है। इसके बाद जब तक कार्य सफल न हो, तब तक उस चौपाई का प्रतिदिन कम-से-कम 108 बार प्रातःकाल या रात्रि को, जब सुविधा हो, जप करते रहना चाहिए।