* अल्लाह से इनाम लेने का दिन है ईद-उल-फित्र...
रमजान-उल मुबारक माह के बाद ईद-उल-फित्र मनाई जाती है। ईद दुनिया भर के मुसलमानों के लिए खुशी का दिन है। इस्लाम में दो ही खुशी के दिन हैं, ईद-उल फित्र और ईद उल जुहा। रमजान में पूरे महीने रोजे रखने के बाद ईद-उल फित्र मनाई जाती है। ईद अल्लाह से इनाम लेने का दिन है।
- इत्र लगाना (सिर्फ पुरुष)।
- ईदगाह जाने से पहले कुछ खाना।
- नमाज से पहले फितरा, जकात अदा करना।
- ईदगाह में जल्दी पहुंचना।
- ईद की नमाज खुले मैदान में अदा करना। (बारिश या बर्फ गिरने की स्थिति में नहीं)
- ईदगाह आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्तों का इस्तेमाल करना।
ईदगाह जाते वक्त यह तकबीर पढ़ना। अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर, लाइलाहा इल्ललाह, अल्लाहु अकबर अल्लाहु अकबर, वलिल्लाहिलहम्द। (अल्लाह बड़ा है, अल्लाह बड़ा है। अल्लाह के सिवा कोई इबादत के लायक नहीं। अल्लाह बड़ा है, अल्लाह बड़ा है। सारी तारीफें अल्लाह के लिए हैं।)