आधुनिक सभ्यता के प्रतीक जनसमुद्र को समाहित करने वाले शहर में भीड़ के वहशीपन का शिकार बनी महिला ने अपने साथ नववर्ष की बेला में आधी रात के वक्त की गई बर्बरता का जो ब्योरा दिया है, वह किसी को भी शर्मसार कर सकता है। उस भीड़ से एक ऐसा इंसान भी निकला जिसने उसे बचाने का प्रयास किया।
सोमवार की रात नए साल का जश्न मनाने निकली महिला ने अपने दु:स्वप्न का ब्योरा एक समाचार-पत्र को दिया है। उसने बताया कि किस तरह दरिंदे उसे नोंच रहे थे। उसके पति ने बताया कि लगभग 50 लोग उसकी पत्नी और चचेरी बहन पर झपट पड़े थे। वहशीपन की शिकार हुई महिलाएँ कैलिफोर्निया में रहती हैं और इनमें से एक की शादी एक दिन पहले ही हुई थी।
पीड़िता ने हालाँकि यह भी बताया कि अचानक किस तरह एक लाल टीशर्ट वाले व्यक्ति ने उसे बचाने का प्रयास किया। एक स्थानीय टेब्लायड को दिए साक्षात्कार में महिला ने बताया कि मैं उस खौफ से उबरने की कोशिश कर रही हूँ। मैं चाहती हूँ कि टीवी पर मेरा चेहरा दिखाना बंद किया जाए।
जब एक जनवरी को तड़के हम लोग होटल से बाहर आए तो मुझे किसी मुसीबत का आभास तक नहीं था, लेकिन जब हम चलने लगे तो भीड़ हमारे करीब आती गई। महिला ने कहा उन्होंने मेरे नितम्ब पर चिकोटी काटी। उन्होंने मेरी चचेरी ननद पर भी झपटना शुरू कर दिया। मेरे पति ने मुझे बचाने का प्रयास किया।
उसने कहा कि मुझे लगता है कि मुंबईवासी मुसीबत में पड़े किसी व्यक्ति की मदद करने के इच्छुक नहीं होते। महिला के पति ने बताया हम पीड़ित हैं। हम लोग 31 दिसंबर को रात नौ बजे से जेडब्ल्यू मैरियोट होटल में थे। तड़के लगभग दो बजे हमने (वह, उसकी पत्नी तथा चचेरे भाई और बहन) होटल से निकलने और रायल गार्डन होटल के लिए रिक्शा करने का फैसला किया।
उसने कहा जैसे ही हम लोग बाहर निकले हमने देखा कुछ लोग हमारी ओर आ रहे हैं। वे हमारे पास पहुँचे और तुरंत मेरी पत्नी को खींचना शुरू कर दिया। चूँकि हम आगे की ओर जा रहे थे, इसलिए भीड़ के कारण आगे बढ़ना मुश्किल हो गया। इसके बाद हालत बिगड़ गई। ऐसा लगा जैसे सारी भीड़ मेरी पत्नी और चचेरी बहन पर टूट पड़ी।
पीड़िता के पति ने कहा कि तभी किसी ने हम सभी को जमीन पर गिरा दिया। ऐसा लगा कि वे करीब 50 लोग थे। सभी मेरी पत्नी और बहन पर झपटने का प्रयास कर रहे थे। उसने कहा मैंने और मेरे भाई ने भीड़ का मुकाबला करने का प्रयास किया, लेकिन वे बहुत लोग थे। उसी समय कुछ फोटोग्राफरों ने फोटो खींचना शुरू कर दिया।
उसने कहा अचानक भीड़ में से लाल रंग की टीशर्ट पहने एक व्यक्ति आगे आया और हमारी मदद करने की कोशिश की और पुलिस को पुकारना शुरू कर दिया। कुछ ही मिनट में पुलिस आ गई और भीड़ छँट गई।
महिला के पति ने कहा मैंने पुलिस को बताया कि मेरी पत्नी तथा बहन के साथ छेड़छाड़ हुई है। वे हमें अपनी गाड़ी में बैठाकर जुहू पुलिस थाने ले गए, जहाँ से हमें एक ऑटो में बैठाया गया और हम अपने होटल चले गए।
पुलिस में शिकायत दर्ज न कराने का कारण बताते हुए पीड़िता के पति ने कहा यह सब इतनी तेजी से हुआ कि हम छेड़छाड़ करने वाले किसी व्यक्ति की पहचान नहीं कर सके। इस मामले में न तो पुलिस को और न ही जेडब्ल्यू मैरियोट होटल को दोषी ठहराया जाना चाहिए।
उसने बताया हम सभी कैलिफोर्निया में रहते हैं और इस खौफनाक घटना से एक दिन पहले मेरी शादी हुई थी। मैं पिछले पाँच साल से मुंबई आता रहा हूँ, लेकिन नववर्ष पर घटी इस घटना ने मुंबई के बारे में मेरे विचार बदल दिए।
उसने कहा कि हम नहीं चाहते कि मीडिया हमें परेशान करे। हम अपनी बाकी छुट्टियाँ आराम से बिताना चाहते हैं। और हाँ मैं लाल रंग की टीशर्ट वाले व्यक्ति का धन्यवाद करना चाहता हूँ, जिसने हमारी मदद की।
एक युवक का आत्मसमर्पण : इस अशोभनीय घटना की टीवी पर बार-बार तस्वीर दिखाने से आहत हुए एक युवक ने गुरुवार को खुद ही थाने जाकर आत्मसमर्पण कर दिया। यह युवक भी उस रोज भीड़ में शामिल था, जिसने महिलाओं के साथ अश्लील हरकत की थी।