चुनाव आयोग द्वारा राजस्थान विधानसभा की दो सौ सीटों के लिए आगामी चार दिसम्बर को चुनावों की घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन आयुक्त विनोद जुत्शी ने मंगलवर को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आदर्श चुनाव संहिता लागू होने के साथ ही स्थानान्तरण एवं नियुक्तियों पर रोक लग गई है।
साथ ही आयोग द्वारा जारी निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों को वीडियोग्राफी का काम तुरन्त शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार निर्वाचन आयुक्त से मंजूरी लेने के बाद ही चुनाव से जुड़े अधिकारियों एंव कर्मचारियों को स्थानान्तरित कर सकेगी।
जुत्शी ने कहा कि सरकारी हेलीकॉप्टर एवं विमान के उपयोग पर भी रोक रहेगी बशर्ते आपदा या कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के कारण उपयोग लेना जरूरी है तो निर्वाचन आयोग से मंजूरी लेकर उपयोग किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि दो सौ सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया 10 नवम्बर को अधिसूचना जारी होने के साथ ही शुरू हो जाएगी और उसी दिन से नामांकन दाखिले का काम शुरू हो जाएगा। 17 नवम्बर तक नांमाकन जमा कराए जा सकेंगे। अगले दिन 18 नवम्बर को नांमाकन पत्रों की जाँच होगी 20 नवम्बर तक नांमाकन वापस लिए जा सकेंगे और 4 दिसम्बर को मतदान होगा तथा आठ दिसम्बर को मतगणना होगी।
जुत्शी ने बताया कि राजस्थान में चुनाव प्रक्रिया 13 दिसम्बर को पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि शान्तिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए केन्द्रीय सुरक्षा बल और राजस्थान सशस्त्र बल को नियुक्त किया जाएगा। विधान सभा चुनाव में पहली बार सभी दो सौ सीटों पर एक एक केन्द्रीय पर्यवेक्षक चुनाव प्रक्रिया पर तथा जिले में एक या दो केन्द्रीय पर्यवेक्षक उम्मीदवारों के खर्चे पर नजर रखेंगे। कानून एवं व्यवस्था के तगड़े प्रबंध किए जाएगें।
उन्होंने बताया कि 29 सितम्बर की मतदाता सूची के अनुसार राज्य में तीन करोड़ बासठ लाख उन्नीस हजार चार सौ 81 मतदाता है तथा प्रदेश में 42 हजार दो सौ बाइस मतदान केन्द्र होंगे।
नांमाकन दाखिल करने की अन्तिम तिथि 17 नवम्बर तक फोटो परिचय पत्र मतदाता सूची में नाम जुड़वाने वाले मतदाता मतदान कर सकेंगे। मतदान में फोटो परिचय पत्र अनिवार्य होगा।