पकड़े गए व्यक्ति के पास सीमा पर जाने के लिए कोई भी अनुमति पत्र नहीं था। तब सेना ने इसे पुलिस को सौंपा था, जहां इसे मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया गया था। बिना अनुमति यहां तक इन दोनों के पहुंच जाने से बॉर्डर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के हिमवीरों ने सोनम बॉर्डर क्षेत्र से एक युवक को रविवार को हिरासत में लिया। उसे हर्षिल लेकर आया गया। उत्तरकाशी से 88 किलोमीटर दूर भैरव घाटी से सोनम 40 किलोमीटर दूर है। भारत-चीन बॉर्डर का यह कोर जोन है इसलिए सोनम तक जाने की अनुमति इनरलाइन परमिट के तहत पर्यटकों को भी नहीं दी जाती है।
राजकुमार नामक इस युवक ने गंगोत्री नेशनल पार्क के भैरव घाटी गेट को बिना अनुमति के पार कर लिया। राजकुमार ने भैरव घाटी से 23 किलोमीटर दूर नेलांग और नेलांग से 10 किमी दूर नागा होते हुए सोनम का सफर पैदल ही कर लिया जबकि नेलांग और नागा क्षेत्र में सेना व आईटीबीपी की कड़ी चौकसी है। इसके बावजूद राजकुमार सोनम तक पहुंचा कैसे? यह सवाल सुरक्षा को लेकर यहां खड़ा हो रहा है।