इंदौर। कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के प्रकोप के चलते 2 बार टल चुकी मध्य प्रदेश राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020 अब 25 जुलाई (रविवार) को आयोजित होने जा रही है। इन दिनों राज्य में इस महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप घटने के कारण हालांकि संक्रमितों की तादाद बेहद कम रह गई है। लेकिन मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने सावधानी के तौर पर तय किया है कि इस प्रमुख भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले 3.44 लाख उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र पर इस बाबत घोषणा पत्र देना होगा कि वे महामारी की जद से बाहर हैं।
एमपीपीएससी के विशेष कार्याधिकारी रवींद्र पंचभाई ने बुधवार को बताया,कोविड-19 से मुक्त उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र पहुंचने पर एक घोषणा पत्र पर दस्तखत करने होंगे कि वे संक्रमित नहीं हैं। उन्होंने बताया कि एमपीपीएससी को किसी उम्मीदवार के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की हालांकि अभी कोई सूचना नहीं मिली है, लेकिन एहतियात के तौर पर राज्य के 52 जिला मुख्यालयों में 64 विशेष केंद्र भी बनाए हैं जहां संक्रमित उम्मीदवार अलग बैठकर परीक्षा दे सकते हैं।
पंचभाई ने बताया कि राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा के लिए कुल 1,011 केंद्र बनाए गए हैं जिनमें संक्रमित उम्मीदवारों के लिए 64 विशेष केंद्र शामिल हैं। एमपीपीएससी अधिकारी ने बताया कि राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा महामारी से बचाव के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए आयोजित कराई जाएगी और उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र में सैनेटाइजर एवं पीने के पानी की बोतल लाने की छूट होगी।
उन्होंने बताया कि रविवार को दो सत्रों में आयोजित इस परीक्षा में कुल तीन लाख 44 हजार 491 उम्मीदवारों को भाग लेना है। पंचभाई ने बताया कि कोविड-19 के प्रकोप के चलते वर्ष 2020 की राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा दो बार टल चुकी है। उन्होंने बताया कि पहले यह परीक्षा 11 अप्रैल को होनी थी, लेकिन महामारी के बढ़ते मामलों के चलते इसकी तिथि बदलकर 20 जून कर दी गई थी तथा बाद में इसकी तारीख फिर बदलते हुए 25 जुलाई कर दी गई थी।(भाषा)