इस बीच अभिषेक की दोबारा नियुक्ति को राजनीतिक पर्यवेक्षक इस बात की पुष्टि के रूप में देख रहे हैं कि वे पार्टी में ममता बनर्जी के उत्तराधिकारी हैं। टीएमसी सुप्रीमो बनर्जी ने पुराने लोगों को संगठन में बड़े पद देकर उन्हें शांत करने का प्रयास किया है। इस प्रकार पार्टी में कुछ युवा नेताओं की 'एक पार्टी, एक पद' की बढ़ती मांग शांत हो गई है।