एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्थिति तब गंभीर हो गई, जब कुछ टैक्सी चालकों ने निजी हित साधने के इरादे से सोशल मीडिया पर फर्जी सूचना पोस्ट कर दावा किया कि जम्मू में अमरनाथ यात्रियों पर पथराव हुआ है, साथ ही उन्होंने तीर्थयात्रियों के मन में डर की भावना पैदा करने की कोशिश की।