जानकारी के मुताबिक सीरियस मरीज 22 वर्षीय नन्नी प्रजापति को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लवकुशनगर से जिला अस्पताल रैफर किया गया था। एम्बुलेंस का ड्राइवर (सुबह 7:38 पर चला और 8:40 पर पहुंचा) 65 किलोमीटर का सफर 1 घंटा 2 मिनिट में तय कर जिला अस्पताल पहुंच गया। पर यहां आकर उसे पर्चा बनवाने में टाइम लग गया साथ ही स्ट्रेचर न मिल पाने के कारण देरी होने से एम्बुलेंस में ही डिलेवरी हो गई।
मामले की जानकारी जब अस्पताल प्रशासन को लगी तो नर्सिंग स्टाफ तत्काल एम्बुलेंस में पहुंचा और विषम परिस्थितियों में भी सुरक्षित डिलेवरी कराई। जहां महिला ने एक मेल बच्चे को जन्म दिया है, जिसे तत्काल ले जाकर गहन चिकित्सा कक्ष में रखा गया है।