इस दौरान हुए पथराव और पुलिस लाठीचार्ज में कम से कम 60 छात्र घायल हो गए। एएमयू परिसर में तनावपूर्ण हालात के मद्देनजर विश्वविद्यालय को 5 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक एएमयू में देर शाम सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी छात्र विश्वविद्यालय के बाब-ए-सर सैयद गेट पर एकत्र हुए और सुरक्षा के लिए लगाया गया गेट तोड़ डाला। झड़प में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
पुलिस उपमहानिरीक्षक परमिंदर सिंह को भी चोट लगने की खबर है। साथी छात्रों के जख्मी होने की खबर मिलने पर सैकड़ों छात्र नेहरू मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर पहुंच गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर निसार अहमद ने बताया कि करीब 60 छात्रों को चोटें आई हैं। साथ ही कुछ को आंसू गैस के कारण आंख में परेशानी हुई है।
उन्होंने बताया कि परिसर में बड़े पैमाने पर पुलिस बल पहुंच चुका है। हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं। एएमयू के पूर्व कुलपति जमीरउद्दीन शाह ने कहा कि विरोध प्रदर्शन इसलिए शुरू हुए हैं, क्योंकि मुसलमानों को डर है कि उनके साथ नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) के नाम पर भेदभाव किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे किसी भी तरह की हिंसा के खिलाफ हैं, मगर वे पुलिस की मनमानी कार्रवाई का भी विरोध करते हैं। शाह ने कहा कि प्रदर्शनकारी असल में छात्र हैं और उनके खिलाफ इस तरह का बर्बर पुलिसिया रवैया नहीं अपनाया जाना चाहिए। (भाषा) (Photo courtesy: Twitter)