उन्होंने बताया कि घटना को किसी लॉगबुक में दर्ज नहीं किया गया था और न ही भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने इसकी सूचना दी थी। इस बीच, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) प्रमुख अरुण कुमार ने बताया कि विमानन नियामक घटना की जांच कर रहा है और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा।
एक अधिकारी ने कहा, प्रस्थान के बाद दोनों विमान एक-दूसरे की ओर बढ़ रहे थे। अप्रोच रडार कंट्रोलर ने डायवर्जिंग हेडिंग का संकेत दिया, जिससे दोनों विमानों के बीच हवा में टक्कर टल गई।(भाषा)