आजम खां ने अदालत को सूचित किया कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बाद उन्होंने ही अपनी पार्टी के लिए सबसे ज्यादा चुनावी सभाएं की हैं। वह रोजाना प्रचार की वजह से थक जाते थे, जिसकी वजह से अदालत में पेश नहीं हो सके।
पीठ ने मामले की सुनवाई की अगली तारीख 21 मार्च तय की है। उच्च न्यायालय में पेश ना होने के मामले में आजम ने उच्चतम न्यायालय में भी अर्जी दी थी, लेकिन शीर्ष अदालत ने उन्हें फटकार लगाई। जल निगम ने 2013 में अपने एक इंजीनियर के मामले में न्यायाधिकरण के आदेश के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील की थी।