पुलिस ने चन्द्रशेखर को गत आठ जून को हिमाचल के डलहौजी में गिरफ्तार कर यहां जेल में बंद किया गया था। उच्च न्यायालय से कल एक मामले में चंद्रशेखर को जमानत भी मिल गई थी, लेकिन रासुका में निरुद्ध होने के बाद वह अब एक साल तक जेल से बाहर नहीं आ पाएगा।
उन्होंने बताया कि रासुका में निरुद्ध किए जाने संबंधी आदेश की तामील आज चंद्रशेखर को जेल में करा दी गई। चंद्रशेखर के वकील का कहना है कि चंद्रशेखर के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे फर्जी हैं और उच्च न्यायालय से उसे सभी मामलों में जमानत मिल जाती और वह जल्द ही बाहर आ सकता था लेकिन जिला पुलिस-प्रशासन ने अलोकतांत्रिक कदम उठाते हुए चंद्रशेखर की रिहाई रोक दी है। (वार्ता)