बाढ़ प्रभावित प्रदेश के 18 जिलों किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, समस्तीपुर, गोपालगंज, सारण, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, एवं खगडिया में से सबसे अधिक अररिया में 57 लोग, सीतामढी में 31, पश्चिमी चंपारण में 29, कटिहार में 23, पूर्वी चंपारण में 19, मधुबनी, सुपौल एवं मधेपुरा में 13-13, किशनगंज में 11, दरभंगा में 10, पूर्णिया में 9, गोपालगंज में 8, मुजफ्फरपुर, शिवहर एवं सहरसा में 4-4, खगडिया में 3, सारण में 2 में एक व्यक्ति की मौत हुई है।
एनडीआरएफ की 28 टीम 1152 जवानों एवं 118 नौकाओं के साथ, एसडीआरएफ की 16 टीम 446 जवानों एवं 92 नौकाओं के साथ तथा सेना की 7 कालम 630 जवानों और 70 नौकाओं के साथ बचाव एवं राहत कार्य में जुटे हुए हैं। राज्य सरकार द्वारा बाढ़ में घिरे लोगों को सुरक्षित निकाले जाने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। अबतक 721704 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाके से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है और 1358 राहत शिविरों में 421824 व्यक्ति शरण लिए हुए हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पूर्वी चंपारण जिला के सुगौली, बंजरिया, चिरैया, मधुबन एवं पिपराही, सीतामढ़ी जिले के रून्नीसैदपुर, मुजफ्फरपुर जिला के औराई, कटरा, मुसहरी एवं मुरौल, शिवहर जिला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों तथा पटना जिला के फतुहा, पुनपुन एवं मसौढ़ी के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक हवाई सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चन्द्रा थे।
बिहार के 18 जिलों के बाढ़ प्रभावित होने के कारण पूर्वमध्य रेल और पूर्वी सीमांत जोन में रेल सेवाएं बाधित रहीं। पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि 20 अगस्त 2017 को खुलने वाली रद्द की गई ट्रेनों में 12524 नई दिल्ली-न्यू जलपाईगुड़ी एक्सप्रेस एवं 12436 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन शामिल हैं।
केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बूढी गंडक नदी में अप्रत्याशित जलश्राव आने के कारण आज इस नदी के दायां तटबंध के कि0मी0 8.50 के समीप बांध क्षतिग्रस्त हुआ। बाढ़ से निपटने के कार्य कराकर उपरोक्त स्थलों के ‘कट एण्ड’ को संरक्षित एवं ‘होल्ड’ करने की कर्रवाई की जा रही है। बिहार के शेष अन्य सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं।
बाढ़ राहत शिविर के अतिरिक्त वैसे प्रभावित व्यक्ति जो राहत शिविरों में नहीं रह रहे हैं उनके लिए सामुदायिक रसोईघर चलाए जा रहे हैं। इस तरह कुल 2569 सामुदायिक रसोईघर चलाए जा रहे हैं जिसमें 492174 लोगों को भोजन कराया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित वैसी आबादी जो पूरी तरह से पानी से घिरी है तथा उन्हें निकाला भी नहीं जा सका है में हेलीकाप्टर के माध्यम से कुल 71 खेप में 3198 पैकेट 160840 किलोग्राम सूखा राशन एयर ड्राप किया गया कुछ इलाके में बाढ़ का पानी घटने की सूचना प्राप्त हुई है। वैसे इलाकों में बाढ़ से प्रभावित परिवार अपने-अपने घरों में भी लौट रहे हैं। (एजेंसी)