गौरतलब है कि उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता ने रविवार (आठ अप्रैल) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बंगले के सामने परिवार के साथ पहुंचकर आत्महत्या की कोशिश की थी। आरोप था कि पिछले साल विधायक और उनके साथियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया, मगर पुलिस दबाव में कार्रवाई नहीं कर रही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
आत्महत्या की कोशिश करने पर पुलिस ने पीड़िता को कस्टडी में ले लिया था। उधर इससे पहले चार अप्रैल की शाम को पीड़िता के पिता सुरेंद्र सिंह उर्फ पप्पू सिंह की गांव को टिंकू सिंह से लड़ाई हो गई थी। पप्पू सिंह ने आरोप लगाया था कि विधायक सेंगर के भाई अतुल सिंह ने साथियों के साथ मिलकर उसकी पिटाई की और उल्टे पुलिस को सौंप कर जेल भिजवा दिया।