पटना में सोमवार को आयोजित 'लोक संवाद' के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुजफ्फरपुर जिले में बड़ी संख्या में बच्चों की मौत के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह गोरखपुर से बरसात के पहले शुरू होता है। इस बीमारी को मस्तिष्क ज्वर के रूप में चिन्ह्ति किया गया था। इसके लिए पहले भी समिति बनी थी और उसके बारे में कई सुझाव आए थे।
मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ. शैलेष प्रसाद ने सोमवार शाम को बताया कि प्रदेश के 5 जिलों मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, वैशाली एवं पूर्वी चंपारण जिलों में हाइपोग्लाइसिमिया और अन्य अज्ञात बीमारी से मरने वाले बच्चों की संख्या बढकर अब 26 हो गई जिनमें से 21 मुजफ्फरपुर के बच्चे शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि 5 अन्य अज्ञात बीमारी से मरने वाले बच्चों के जांच नमूने को परीक्षण के लिए पटना स्थित आरएमआरआई भेजा गया है। शैलेष ने बताया कि मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज सहित अन्य अस्पतालों में हाइपोग्लाइसिमिया सहित अन्य अज्ञात बीमारी से प्रभावित 103 बच्चों का उपचार जारी है। हाइपोग्लाइसिमिया और अन्य अज्ञात बीमारी से प्रभावित बच्ची की आयु 7 साल तक है। (भाषा)