सीबीआई ने दोनों को अगले सप्ताह अलग-अलग दिन पूछताछ के लिए बुलाया है। लालू यादव को 11 सितंबर को और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को 12 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। यह मामला 2006 का है, जब राजद प्रमुख रेलमंत्री थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने एक निजी कंपनी को रेलवे के होटल चलाने का ठेका दिया था और इसके बदले पटना में तीन एकड़ की जमीन घूस के रुप में ली थी। इसी जमीन पर अब मॉल बनाया जा रहा है।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक लालू यादव ने अपनी पार्टी के सांसद तथा करीबी सहयोग प्रेम गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की बेनामी कंपनी के माध्यम से यह जमीन ली थी। इस संबंध में गत पांच जुलाई को मामला दर्ज किया गया था। तेजस्वी भी इस जमीन के मालिकों में से एक हैं, लेकिन वह हमेशा इस आरोप को खारिज करते रहे हैं।
सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में राजद प्रमुख के रेल मंत्री रहते हुए रांची और पुरी के बीएनआर होटलों के विकास, संचालन और रखरखाव के लिए निविदा में कथित तौर पर अनियमितता बरतते हुए एक निजी कंपनी को लाभ पहुंचाया था। बीएनआर होटल रेलवे के धरोहर होटल में है। इसे आईआरसीटीसी ने 2006 में अपने नियंत्रण में लिया था।