हेमंत सोरेन को मिला मुर्मू का समर्थन, कहा- उदारता के चलते राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों ने उठाया फायदा

सोमवार, 29 अगस्त 2022 (17:00 IST)
बारीपदा (ओडिशा)। राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ओडिशा के आदिवासी बहुल मयूरभंज जिले में स्थित अपने ससुराल का पूरा समर्थन मिल रहा है।
 
सोरेन के ससुर कैप्टन अम्पा मुर्मू का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि राज्य के ‘लोकप्रिय’ मुख्यमंत्री सभी आरोपों से मुक्त हो जाएंगे। गौरतलब है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और सोरेन के ससुर, दोनों मयूरभंज जिले के रायरंगपुर के रहने वाले हैं।
 
कल्पना विरासत संभालने में सक्षम : एक साक्षात्कार में सेना के पूर्व कैप्टन ने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर उनकी बेटी कल्पना अपने पति से राजनीति की बागडोर थामने और उसे स्वतंत्र रूप से संभालने में सक्षम है। पद्मश्री से सम्मानित संथाली लेखिका दमयंती बेसरा ने भी जोर दिया कि द्रौपदी मुर्मू के निर्वाचन से लोगों का नजरिया बदला है और अब एक आदिवासी महिला के मुख्यमंत्री बनने पर स्वीकारोक्ति बढ़ेगी।
 
अम्पा मुर्मू ने कहा कि मेरे दामाद को विपक्षियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है जो राजनीति में सामान्य है। लेकिन वह लोकप्रिय हैं और गठबंधन सहयोगी भी उनके साथ हैं, ऐसे में उनके आरोप मुक्त होने की संभावना ज्यादा है।
 
मुर्मू को लगता है कि उनके दामाद अपने विशाल हृदय के कारण इस तकलीफ में फंसे हैं क्योंकि उन्होंने अपने सभी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को माफ कर दिया और उनके खिलाफ सख्ती नहीं की। उन्होंने कहा कि आज, उनकी उदार मानसिकता का लाभ उठाने वाले ही राजनीति में उन पर निशाना साध रहे हैं, लेकिन भगवान उनकी मदद करेगा।
 
मुर्मू ने सुझाया कि हेमंत सोरेन को मौजूदा हालात से सीख लेनी चाहिए और उचित समय पर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
 
एमटेक और एमबीए हैं कल्पना : उनकी बेटी कल्पना सोरेन को झारखंड की अगली मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलों के संबंध में सवाल करने पर श्रीलंका में भारतीय शांति सेना का हिस्सा रह चुके कैप्टन मुर्मू ने कहा कि मेरी बेटी पढ़ी-लिखी है। उसके पास एमटेक और एमबीए की डिग्री है। उन्होंने सवाल किया कि किसी बड़ी जिम्मेदारी उठाने के लिए इससे ज्यादा क्या पात्रता चाहिए।
 
कैप्टन मुर्मू ने बताया कि कल्पना का जन्म पंजाब के कपूरथला में 1976 में हुआ था, जब वह स्थानीय सेना बेस में तैनात थे। उन्होंने बताया कि कल्पना नाम, कपूरथला से मिलता-जुलता रखा गया था। उन्होंने कहा कि वह एक मुख्यमंत्री की पत्नी है और देश के सबसे सम्मानित आदिवासी नेता की बहू है। वह एक राजनीतिक परिवार की बहू है। 
 
समाजसेवा में सक्रिय : कल्पना का विवाह सात फरवरी, 2006 को हेमंत सोरेन से हुआ और उनके दो बच्चे हैं। उनका परिवार राजनीति के अलावा समाज सेवा से भी जुड़ा है। कैप्टन मुर्मू ने कहा कि राजनीति की उसकी समझ अन्य लोगों से अलग है। पत्नी होने के नाते संकट के समय वह सोरेन को दिशा दिखाती है।
 
लेखिका बेसरा ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू के निर्वाचन से लोगों के नजरिए में बदलाव आया है। अगर कल्पना मुख्यमंत्री बनती हैं तो इसकी और पुष्टि हो जाएगी कि ओडिशा के पिछड़े मयूरभंज जिले की महिलाएं भी प्रतिभाशाली हैं। कल्पना सोरेन जिले के बहल्दा ब्लॉक के तेनताला की रहने वाली हैं। (भाषा)

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