नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि दिल्ली नगर निगम उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत लोगों में शहर की आप सरकार द्वारा किए गए कार्य पर भरोसे को दर्शाती है जिनमें स्कूलों, अस्पतालों, बिजली एवं पानी की आपूर्ति और सड़कों में सुधार शामिल है। शहर के पांच वार्ड में 28 फरवरी को हुए मतदान के नतीजों में आप ने 4 जबकि कांग्रेस ने एक वार्ड में जीत दर्ज की।
डीडीयू मार्ग पर आप कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ जीत का जश्न मनाने पहुंचे केजरीवाल ने कहा कि अगले साल नगर निगम चुनाव में किस तरह के नतीजों की उम्मीद की जा सकती है, यह नतीजे उसके संकेत हैं। हम इसका इंतजार कर रहे हैं और शहर को साफ एवं स्वच्छ बनाएंगे।
उपचुनाव में खाता खोलने में भी नाकाम रही भाजपा पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का एक भी सीट नहीं जीतना दिखाता है कि लोगों ने उसके द्वारा शासित एमसीडी में भ्रष्टाचार एवं चोरी को खारिज किया है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास एवं दिल्ली जल बोर्ड कार्यालय पर तोड़-फोड़ के जरिए अपनाई गई हिंसा की राजनीति को जनता ने नकार दिया है।
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के लोगों ने भाजपा को निगम में उसकी 'अक्षमता' के कारण हराया और वे बदलाव चाहते हैं। केजरीवाल ने कहा कि वर्ष 2015 के चुनाव में हमें 70 में से 67 सीटें मिलीं और 2020 में 62 सीटों पर जीत दर्ज की। 6 साल बाद दिल्ली के लोगों ने एक बार फिर हम पर पूरा भरोसा जताया है और वे चाहते हैं कि हम जिस तरह से कार्य कर रहे हैं, उसे जारी रखा जाए।
भाजपा वर्ष 2007 से निगम की सत्ता पर काबिज है और वर्ष 2022 के नगर निगम चुनाव में उसे आम आदमी पार्टी से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ सकता है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एमसीडी का मतलब है, मोस्ट करप्ट डिपार्टमेंट (सबसे भ्रष्ट विभाग) और जनता अब इस भ्रष्टाचार को नहीं चाहती। वे चाहती है कि जिस प्रभावी तरीके से दिल्ली सरकार कार्य कर रही है, उसी तरह नगर निगम भी कार्य करे।