कोलकाता। संगठित दल माने जाने वाली माकपा के भीतर अभूतपूर्व मतभेद दिखाई दे रहे हैं, क्योंकि इसके बंगाल के कार्यकर्ता राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की पार्टी की राजनीतिक लाइन को चुनौती दे रहे हैं।
पार्टी को कभी ऐसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़ा था, लेकिन इस बार इसकी बंगाल इकाई ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के खिलाफ माकपा के केंद्रीय नेतृत्व की राजनीतिक समझदारी पर सवाल उठाए हैं और पार्टी की केंद्रीय समिति द्वारा किए गए फैसलों और अपनाई गई राजनीतिक लाइन को चुनौती दी है।
गठबंधन का समर्थन करने वाले राज्य समिति सदस्य ने पहचान उजागर न करने की शर्त पर बताया कि किसी भी मुद्दे पर पार्टी के भीतर होने वाली बहसें कम्युनिस्ट पार्टी के कामकाज का हिस्सा हैं। लेकिन हां, यह पहली बार है, जब इस तरह की बहस में पश्चिम बंगाल के कार्यकर्ताओं की ओर से केंद्रीय समिति के फैसले पर खुले तौर पर सवाल उठाया गया है और यह सार्वजनिक तौर पर सामने आया है।