निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में बीमारी की रोकथाम के लिए रखे गए चिकित्सा उपकरणों एवं सामग्री की जानकारी ली। यहां पर हाथ धोने के लिए सेनेटाइजर, नाक और मुंह को ढकने के लिए मास्क, तापमान मापने के लिए नो टच थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर आदि उपकरण एवं सामग्री रखी हुई पाई गई।
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी को महामारी घोषित किया गया है। विश्व के अधिकांश देश इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं, इसलिए इसके बचाव के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाना जरूरी हैं।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि कोरोना वायरस के संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय एवं मध्यप्रदेश शासन की एडवाइजरी का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरूकता ही प्रभावी उपाय है। इसके लिए सभी चिकित्सकों द्वारा अधिकाधिक प्रचार-प्रसार कराया जाए। प्रचार-प्रसार के माध्यम से हर नागरिक तक कोरोना से बचाव की जानकारी पहुंचाना सुनिश्चित करें।
निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. एससी हरगुनानी, सीएमचओ डॉ. आरएस पाण्डेय, डॉ. एनपी पाठक, डॉ. मनोज इंदुलकर, डॉ. पीके लखटकिया आदि चिकित्सक उपस्थित थे।
कोरोना वायरस के लक्षण एवं उससे बचाव : कोरोना वायरस के लक्षणों में बुखार आना, सिरदर्द, नाक बहना, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, खांसी, गले में खराश तथा सीने में अकड़न शामिल है। कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के खुली जगह में छींकने व खांसने से, संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने व गले लगाने से, संक्रमित जगह से संपर्क में आने के बाद बिना हाथ धोए अपनी आंख, मुंह एवं नाक को छूने से फैलता है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से बचें। नियमित रूप से दिन में कई बार हाथों को साबुन एवं साफ पानी से धोएं। बिना हाथ धोए अपनी आँख, मुँह एवं नाक को ना छुएं। आमजन अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नम्बर 104 पर संपर्क कर सकते हैं।