शिकायतकर्ता दीपक अग्रवाल ने अहमदाबाद पुलिस की साइबर इकाई में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि गत शुक्रवार को उनका मोबाइल सिम अचानक बंद हो गया। जब उन्होंने अपने मोबाइल सेवा प्रदाता से इसके बारे में पूछा तो उन्हें बताया गया कि उन्होंने एक नए सिम कार्ड के लिए अनुरोध किया था, जबकि अग्रवाल ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया था।
अग्रवाल ने जब अपने ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स खाते की जांच की तो वे यह देखकर चौंक गए कि उनके बैंक खाते से पैसे 19 अलग-अलग खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए हैं। इन खातों में अधिकतर बैंक खाते दिल्ली, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के हैं।
उन्होंने प्राथमिकी में कहा, साइबर चोरों ने बैंक में पंजीकृत मेरा मोबाइल नंबर का डुप्लीकेट सिम कार्ड हासिल किया। उन्होंने ऐसा बैंक से ओटीपी हासिल करने के लिए किया ताकि वे कॉर्पोरेट नेट बैंकिंग सूची में लाभार्थियों को जोड़ सकें। उन्होंने ट्रांसफर सोमवार के लिए तय किया जब सभी ट्रांसफर एक बार में संसाधित हो गए।
27 अंतरणों के जरिए कुल 1.05 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए। गलत लेनदेन की जानकारी के चलते करीब 25 लाख रुपए उनके खाते में वापस आ गए। पुलिस ने कहा कि उसने इन सभी 10 खातों पर रोक लगा दी है, जिसमें पैसे ट्रांसफर किए गए थे। आगे की जांच जारी है। (भाषा)