बेंगलुरु विकास मंत्री केजे जॉर्ज भी घटनास्थल पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपए की सहायता राशि और घायलों को पचास हजार रुपए देने की घोषणा की। महापौर, पुलिस आयुक्त सुनील कुमार और अन्य शीर्ष अधिकारियों ने भी घटनास्थल का दौरा किया।
छह कमरों वाली दो मंजिला इमारत आज सुबह छह बजकर 50 मिनट पर ढह गई। इस इमारत में पांच परिवार रहते थे। दमकल कर्मी और राष्ट्रीय आपदा राहत बल भी मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे सात लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला, जिनमें से एक की पहचान संजना (तीन) के रूप में हुई। वह लगभग पांच घंटे तक मलबे में दबी रही।
मरने वालों में गर्भवती महिला अश्विनी (22), कलावती (25), सरवन (31), रविचंद्रन (46), प्रसाद (18) और पवन कल्याण (19) शामिल हैं। डॉक्टरों ने बताया कि घायलों में एक की हालत गंभीर बनी हुई है और अन्य छह घायलों का पास के अस्पताल में इलाज किया जा रहा है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
लगभग 100 राहतकर्मी बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं। राहत और बचाव कार्यों के दौरान दीवार के ढहने से तीन दमकलकर्मी सुरेश, सुभान और सोमा घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। (वार्ता)