नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में शनिवार सुबह 4.6 तीव्रता का एक भूकंप आया जिसके बाद शिमला और कुल्लू जिलों में दहशत में आए लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। जलजले की वजह से कुछ पुरानी इमारतों में दरारें आ गईं, जबकि जान-माल के किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
रामपुर के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट निशांत ठाकुर ने बताया कि जान-माल के नुकसान की अभी कोई खबर नहीं है। शैक्षिक संस्थानों और स्कूलों को एहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया है तथा अपने घर वापस जाने के अनिच्छुक लोगों को खुले में रहने के लिए टेंट मुहैया कराए गए हैं और एक स्कूल परिसर में एक बड़े पेड़ को गिरा दिया गया है, जो खतरा पैदा कर रहा था।
झटकों के बाद लोगों ने दफ्तर जाने से परहेज किया। जलजले के झटके शिमला, सोलन, चौपाल और सिरमौर जिले के हिस्सों में महसूस किए गए। झटकों ने भूस्खलन का खतरा बढ़ा दिया है।