कोलकाता। ईडी को उस समय शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, जब तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी की रिश्तेदार मेनका गंभीर मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में उन्हें मिले नोटिस के अनुसार रविवार आधी रात को एजेंसी के कार्यालय पर पहुंच गईं लेकिन वहां ताला लगा मिला। दरअसल ईडी ने भूलवश सोमवार को दोपहर 12.30 बजे के बजाय रविवार देर रात 12.30 बजे पेश होने का नोटिस जारी कर दिया था।
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गंभीर को भूलवश सोमवार को दोपहर 12.30 बजे के बजाय रविवार देर रात 12.30 बजे पेश होने का नोटिस जारी कर दिया था। नीले रंग का कुर्ता पहने हुए गंभीर सॉल्ट लेक इलाके में सीजीओ कॉम्प्लेक्स में ईडी कार्यालय पहुंचीं और उन्हें वहां ताला लगा मिला जिसके बाद वे वहां एक तस्वीर खिंचवाकर लौट गईं। बाद में एजेंसी ने नोटिस में दिए समय को 'टंकण की त्रुटि' बताया।
गंभीर ने बाद में एक स्थानीय समाचार चैनल से कहा कि मुझे देर रात 12.30 बजे आने के लिए कहा गया था इसलिए मैं आई थी। वे ईडी कार्यालय में अपने एक वकील के साथ पहुंची थीं। गंभीर को 10 सितंबर को कोलकाता हवाई अड्डे पर ईडी के अधिकारियों ने रविवार देर रात 12.30 बजे यहां एजेंसी के कार्यालय में पेश होने का नोटिस सौंपा था। उन्होंने कथित कोयला घोटाला मामले में उनसे पूछताछ करने की जरूरत का हवाला देते हुए उन्हें विदेश जाने वाली उड़ान में सवार होने से रोक दिया था।
ईडी ने अभी तक इस मामले में गंभीर से पूछताछ नहीं की है। सीबीआई ने पहले इस मामले में उनसे पूछताछ की थी। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने अगस्त में ईडी को दिल्ली के बजाय कोलकाता में अपने क्षेत्रीय कार्यालय में गंभीर से पूछताछ करने का निर्देश दिया था। साथ ही उसने मामले पर सुनवाई की अगली तारीख तक गंभीर के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई न करने का भी निर्देश दिया था।
गंभीर ने ईडी के समन को यह कहते हुए चुनौती दी थी कि उन्हें कथित कोयला घोटाला मामले के संबंध में 5सितंबर को दिल्ली में पेश होने के लिए कहा गया और उन्होंने अदालत से एजेंसी को कोलकाता में पूछताछ करने का निर्देश देने का अनुरोध किया था। ईडी ने पहले इस मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे तथा टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी तथा उनकी पत्नी रुजिरा से पूछताछ की थी।(भाषा)